दिल से दिल की बस यही...
दिल से दिल की बस यही दुआ है,
आज फिर से हमको कुछ हुआ है,
शाम ढलते ही आती है याद आपकी,
लगता है प्यार आपसे ही हुआ है...शुभ प्रभात...||
सपनो के जहां से अब लौट...
सपनो के जहां से अब लौट आओ,
हुई है सुबह अब जाग जाओ,
चाँद तारों को कह कर अब अलविदा,
इस नए दिन की खुशियों में खो जाओ...शुभ प्रभात...||
कुछ लम्हों की जिंदगी है...
कुछ लम्हों की जिंदगी है,
जी लो इसे खुशनसीबों के तरह,
महकते रहो सदा फूलों की तरह,
अगर बिखरो तो बिखरो खुसबू की तरह...शुभ प्रभात...||