जनाजा मेरा उठ रहा था...
जनाजा मेरा उठ रहा था फिर भी तकलीफ थी उन्हें आने में,
बेवफा घर बैठे पूँछ रही है कितनी देर है वीरेश का जनाजा जाने में ||
जनाजा मेरा उठ रहा था फिर भी तकलीफ थी उन्हें आने में,
बेवफा घर बैठे पूँछ रही है कितनी देर है वीरेश का जनाजा जाने में ||