बारिश में रख दू जिंदगी को...
बारिश में रख दू जिंदगी को,
ताकि धूल जाए पन्नो की स्याही,
जिंदगी फिर से लिखने का मन करता है कभी कभी....शुभ रात्रि...||
बारिश में रख दू जिंदगी को,
ताकि धूल जाए पन्नो की स्याही,
जिंदगी फिर से लिखने का मन करता है कभी कभी....शुभ रात्रि...||