सपनो के जहां से अब लौट...
सपनो के जहां से अब लौट आओ,
हुई है सुबह अब जाग जाओ,
चाँद तारों को कह कर अब अलविदा,
इस नए दिन की खुशियों में खो जाओ...शुभ प्रभात...||
सपनो के जहां से अब लौट आओ,
हुई है सुबह अब जाग जाओ,
चाँद तारों को कह कर अब अलविदा,
इस नए दिन की खुशियों में खो जाओ...शुभ प्रभात...||