वक्त नूर को बेनूर बना देता है...
वक्त नूर को बेनूर बना देता है,
छोटे से जख्म को नासूर बना देता है,
कौन चाहता है अपनों से दूर रहना,
पर वक्त सबको मजबूर बना देता है !!
वक्त नूर को बेनूर बना देता है,
छोटे से जख्म को नासूर बना देता है,
कौन चाहता है अपनों से दूर रहना,
पर वक्त सबको मजबूर बना देता है !!